राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने आज नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन में राष्ट्रीय सैनिक संस्था के हरियाणा, हिमाचल, पंजाब एवं दिल्ली-एनसीआर के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर पूर्व सैनिकों से संबंधित विषयों एवं समस्याओं की जानकारी प्राप्त की। गौरतलब है कि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि), राष्ट्रीय सैनिक संस्था के मुख्य संरक्षक भी हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हमारे पूर्व सैनिक सेना में प्राप्त प्रशिक्षण एवं अपने सेवाकाल के अनुभवों के आधार पर समाज एवं जनहित के कार्यों में सेवानिवृत्ति के बाद भी पूरी निष्ठा से कार्य करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी पूर्व सैनिक एवं राष्ट्रीय सैनिक संस्था से जुड़े सभी कार्यकर्ता मेरा विस्तारित परिवार है। आज हमारी चर्चा के दौरान जो भी सुझाव आए हैं उन्हें सक्षम स्तर तक पहुंचाते हुए उचित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि आज इस बैठक में सभी के द्वारा आंतरिक सुरक्षा पर भी सुझाव दिए गए जो यह दर्शाता है कि एक सैनिक सेवानिवृत्ति के बाद भी देश की सम्प्रभुता के लिए निरन्तर विचारशील रहता है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि मैंने व्यक्तिगत तौर पर अग्निपथ योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित किए जा रहे अग्निवीरों के प्रशिक्षण केन्द्रों में भ्रमण किया है, और मैं कह सकता हूँ कि अग्निवीरों का प्रशिक्षण और उनकी क्षमता उच्चतम स्तर की है। उन्होंने कहा कि यह योजना राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, इस योजना से सशस्त्र बलों में युवाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ने के साथ-साथ सेना में युवा ऊर्जा का संचार होगा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सैनिक संस्था के अध्यक्ष कर्नल टी पी त्यागी (रि.) ने बताया कि वर्तमान में संस्था के सदस्य लगभग सभी प्रांतों में सक्रिय हैं एवं उनके द्वारा विभिन्न स्तरों पर छात्रों में चरित्र निर्माण एवं राष्ट्रीय एकता का भाव जगाने के लिए प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं। इस बैठक में भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ सेवानिवृत्त अधिकारी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।