महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की अपनी राजकीय यात्रा के दूसरे चरण में कल (16 अक्टूबर, 2024) मॉरिटानिया में थीं। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के नौआकचोट-ओमटौन्सी हवाई अड्डे पहुंचने पर मॉरिटानिया के राष्ट्रपति महामहिम श्री मोहम्मद औलद ग़ज़ौनी ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। यहां उनका रस्मी स्वागत किया गया। इस अवसर पर मॉरिटानिया के प्रधानमंत्री और कैबिनेट मंत्री भी मौजूद थे।
यह किसी भी भारतीय राष्ट्रपति की मॉरिटानिया की पहली यात्रा है। इस अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति के साथ राज्य मंत्री श्री सुकान्त मजूमदार और सांसद श्री मुकेश कुमार दलाल और श्री अतुल गर्ग भी थे।
महामहिम राष्ट्रपति ने मॉरिटानिया में भारतीय राजदूत द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में मॉरिटानिया में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया।
भारतीय समुदाय की छोटी लेकिन उत्साहित सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने मॉरिटानिया के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए भारतीय समुदाय की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय के कौशल, विशेषज्ञता और अनुभव भारत की प्रगति के लिए मायने रखते हैं।
राष्ट्रपति ने भारतीय समुदाय की सहायता करने के लिए मॉरिटानिया की सरकार और जनता की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी समावेशी और स्वागत करने वाली भावना के कारण मॉरिटानिया में भारतीय समुदाय समृद्ध हो रहा है।
सामुदायिक स्वागत समारोह के बाद राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन का दौरा किया, जहां उन्होंने मॉरिटानिया के राष्ट्रपति मोहम्मद औलद ग़ज़ौनी के साथ मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत और मॉरिटानिया के संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। इसके बाद, उन्होंने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व किया और राजनयिकों के प्रशिक्षण, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, वीज़ा छूट और विदेश कार्यालय परामर्श के क्षेत्रों में चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर और आदान-प्रदान के साक्षी बने।
इससे पहले मॉरिटानिया के विदेशी मामलों, सहयोग और विदेश में मॉरिटानियाई लोगों के मंत्री महामहिम श्री मोहम्मद सलीम औलद मर्ज़ौग ने एक अलग कार्यक्रम में राष्ट्रपति से मुलाकात की।
राष्ट्रपति तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण मलावी के लिए रवाना हो गईं।