केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में शुरू किए गए फिट इंडिया साइकिलिंग अभियान की निरंतरता को बनाए रखते हुए, आज सुबह मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ पहल का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया।
मंत्री महोदय के अलावा, इस आयोजन में 500 से अधिक साइकिल चालकों ने भाग लिया, जिनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), भारतीय खेल प्राधिकरण के कैंपर और आईजी स्टेडियम के युवा जिमनास्ट, वरिष्ठ अधिकारी और राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न साइकिलिंग क्लब शामिल थे। रविवार को हुए इस समारोह में पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई स्टार शैंकी सिंह की उपस्थित भी देखी गई, जिनकी पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन जिंदर महल के साथ की टैग टीम का हिस्सा होने के लिए प्रशंसा की जाती है। इस बीच, पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता टेबल टेनिस खिलाड़ी मौमा दास ने भारतीय खेल प्राधिकरण राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) कोलकाता में संडे ऑन साइकिल इवेंट को हरी झंडी दिखाई। साइकिलिंग अभियान के व्यापक प्रभाव का उल्लेख करते हुए, डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल पहल भारत में 1100 से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित की जा रही है। इस सप्ताह की शुरुआत में साइकिलिंग अभियान के शुभारंभ ने साइकिल चलाने के बारे में जागरूकता को तेजी से फैलाया है।’’
मंत्री महोदय ने आगे कहा, “साइकिल चलाना आज की जरूरत है। विकसित भारत के विजन के लिए एक सेहतमंद व्यक्ति की जरूरत है, जो आगे एक स्वस्थ समाज का निर्माण करता है और अंततः एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करता है। साइकिल चलाने के लाभ 2019 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए फिट इंडिया आंदोलन के संदेश को भी कायम रखते हैं।” साइकिलिंग अभियान के व्यापक प्रभाव का उल्लेख करते हुए, डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल पहल भारत में 1100 से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित की जा रही है। इस सप्ताह की शुरुआत में साइकिलिंग अभियान के शुभारंभ ने साइकिल चलाने के बारे में जागरूकता को तेजी से फैलाया है।’’ राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित इस कार्यक्रम में सीआरपीएफ और आईटीबीपी के बहुत सारे साइकिल चालक शामिल हुए और उन्होंने फिटनेस तथा पर्यावरण संरक्षण दोनों को बढ़ावा देने वाली इस पहल का हिस्सा बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
श्री अनीश दयाल सिंह, आईपीएस, डीजी सीआरपीएफ ने कहा, ‘‘सीआरपीएफ अपनी शारीरिक फिटनेस को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि एक फिट फोर्स ही हमारे महान राष्ट्र की सबसे अच्छी सेवा कर सकती है। साइकिल चलाना व्यक्ति के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए अच्छा है। हम फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल अभियान का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं, जो आज के आयोजन के जरिए पूरे देश में फिटनेस और स्थिरता का संदेश फैला रहा है।’’
पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई रेसलर शैंकी सिंह, जो वर्तमान में दुनिया भर में इंडी रेसलिंग सर्किट में हाथ आजमा रहे हैं, ने कहा, ‘‘अब से मैं जहां भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाऊंगा, मैं साइकिलिंग को बढ़ावा दूंगा, ऑफलाइन के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी। फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल कार्यक्रम में शामिल होने से मुझे एक अलग तरह की ऊर्जा प्राप्त हुई। मैं चाहता हूं कि माननीय प्रधानमंत्री और खेल मंत्री द्वारा शुरू की गई इस अनूठी पहल में शामिल होने के लिए और अधिक लोग आगे आएं।’’
मंत्री महोदय ने आगे कहा, “साइकिल चलाना आज की जरूरत है। विकसित भारत के विजन के लिए एक सेहतमंद व्यक्ति की जरूरत है, जो आगे एक स्वस्थ समाज का निर्माण करता है और अंततः एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करता है। साइकिल चलाने के लाभ 2019 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए फिट इंडिया आंदोलन के संदेश को भी कायम रखते हैं।” भारत को एक साइकिलिंग राष्ट्र बनाने के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संगठन- बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन- भी इसमें शामिल हुआ। बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन की सीईओ डॉ. भैरवी जोशी ने कहा, ‘‘बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन ने फिट इंडिया मूवमेंट के तहत साइकिलिंग पहल का समर्थन किया है। इसके लिए उसने स्वतंत्र रूप से स्थानीय कार्यक्रम आयोजित किए हैं और एसएआई के स्थानीय चैप्टर्स के साथ मिलकर संडे ऑन साइकिल का आयोजन किया है। बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन का मानना है कि साइकिल चलाना दुनिया की कुछ सबसे जटिल शहरी चुनौतियों के सबसे सरल समाधानों में से एक है। भारत में साइकिल मेयर्स नेटवर्क कौशल निर्माण और देश भर के 50 से अधिक शहरों में साइकिलिंग तक पहुंच बढ़ाने के जरिए साइकिलिंग के समर्थन करने का काम जारी रखेगा।’’
‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ का आयोजन युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय साइकिलिंग महासंघ (सीएफआई) और एमवाई भारत के सहयोग से किया जाता है। ये आयोजन भारतीय खेल प्राधिकरण के क्षेत्रीय केंद्रों, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (एनसीओई) और देश भर के खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी) में एक साथ किए जाते हैं।